मुहावरे की परिभाषा | Definition of Idiom
मुहावरे एक प्रकार के वाक्यांश होते हैं जिनमें विशेष तरीके से शब्दों का आयोजन किया जाता है, जिससे उनका अर्थ और प्रयोग सामान्य भाषा के अप्रत्यक्ष अर्थ से भिन्न होता है। मुहावरों का उपयोग भाषा को रिच और अर्थपूर्ण बनाने में किया जाता है और व्यक्ति के विचारों और भावनाओं को सार्थकता से व्यक्त करने में मदद करता है।
मुहावरे अक्सर सामाजिक संदेश या उपमानिक प्रक्रियाओं के माध्यम से अर्थपूर्ण होते हैं, और वे विशेष संदेश को समझाने या स्पष्ट करने में मदद करते हैं। मुहावरे भाषा के विविधता और गहराई को दिखाने का माध्यम होते हैं और साहित्य, वाणिज्य, और साहित्यिक भाषा में विशेष रूप से उपयोग होते हैं।
मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर | Difference between Idiom and Proverb
मुहावरे और लोकोक्तियाँ दोनों ही हिंदी भाषा के व्याकरणिक और भाषा अंश के रूप में प्रयोग होते हैं, लेकिन इनके बीच में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं:
- मुहावरे (Idioms):
- मुहावरे वाक्यों के अंश के रूप में प्रयोग होते हैं और विशेष स्थितियों, भावनाओं, या व्यक्तिगत अनुभवों को व्यक्त करने के लिए उपयोगी होते हैं.
- मुहावरों का अर्थ साधारण अर्थ से भिन्न होता है, और इन्हें समझने के लिए अकेला शब्दार्थ काफी नहीं होता.
- उदाहरण: “आँखों में धूल झोकना” (इसका अर्थ होता है कि किसी को किसी के दोषों का पता नहीं होता).
- लोकोक्तियाँ (Proverbs):
- लोकोक्तियाँ एक अद्भुत और सत्यापित सत्य को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होती हैं.
- ये विश्वास किए जाने वाले सत्य होते हैं और समाज के अनुभवों से उत्पन्न होते हैं.
- लोकोक्तियों का अर्थ साधारण अर्थ के कई प्राचीन कहानियों और अनुभवों से संबंधित होता है.
- उदाहरण: “अपने मुंह मियाँ मिट्ठू बनना” (इसका अर्थ होता है कि कोई अपने हित के लिए खुद को सुखद ढंग से प्रदर्शित कर रहा है).
सारंश रूप में, मुहावरे एक विशेष स्थिति को व्यक्त करने के लिए उपयोग होते हैं, जबकि लोकोक्तियाँ सामान्य जीवन के सत्यों और सिद्धांतों को साझा करने के लिए प्रयोग होती हैं।
मुहावरे (Idioms) | अर्थ (Meaning) |
---|---|
1. आग लगाना | उत्सुकता या आकर्षण बढ़ाना |
2. अपनी ताक़द़ दिखाना | अपनी शक्ति या क्षमता प्रदर्शित करना |
3. आवश्यकता से ज्यादा आलसी | सामान्य आवश्यकताओं से अधिक समय बर्बाद करने वाला |
4. अच्छूत केला | समय से पहले मिलने वाला लाभ |
5. बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद | अप्रेमिक व्यक्ति को किसी अच्छे चीज का महत्व नहीं होता |
6. बड़ा आदमी बनना | अपनी सोच में गरिमा बढ़ाना |
7. बदनाम हो जाना | दुर्भावना या खराब प्रतिष्ठा प्राप्त करना |
8. बंदर किया बहना | कोई समस्या या उत्पीड़न करने का अवसर नहीं मिलना |
9. बूढ़ा आदमी | एक बेहद पुराना व्यक्ति |
10. बकरी की बच्ची | नाइंसाफी या अस्पष्ट व्यक्ति |
11. बच्चा बच्चा राम का | हर व्यक्ति का अद्वितीय महत्व |
12. बीरबल की खिचड़ी | कुछ सामग्री में संघटित नहीं होने की स्थिति |
13. बैंक की खाता | आसानी से खोलने या बंद करने वाली व्यक्ति |
14. चिराग़ तले अंधेरा | अज्ञान या अज्ञानता की स्थिति |
15. चोर की दाढ़ी में तिनका | किसी के द्वारा किए गए छोटे से आपराध की पहचान करना |
16. छुहार देख कर बिल बदलना | निराशा के बावजूद संविदान बदलने का प्रयास करना |
17. छाया में रहना | किसी के पराये या सहायक रूप में रहना |
18. जंगल में मोर नाचा किस ने देखा | किसी काम का असफल होने का अपनी असफलता को स्थान देना |
19. जल में रहकर मगर से बैर | अपने प्राकृतिक आदतों का पालन करने की चुनौती |
20. जूठा सूखा मिलना | गलत समय पर खुशियों का मिलना |
21. जब जागो तब सवेरा | सही समय पर कुछ करने की अद्वितीय महत्व |
22. जला हुआ बदन | जो कुछ खो चुका हो |
23. जितना हाथ में आए उतना ले लो | अवसर का उपयोग करने का सुझाव |
24. दिन पहले सोचा था | पहले से ही योजना बनाना |
25. दुबके में घी निकलना | संचित संपत्ति से लाभ हासिल करना |
26. दर्द में भी मुस्कान | मुश्किल समय में भी आनंद बनाए रखना |
27. दूर के ढोल सुहावने | दूसरे के कार्य को आसान लगना |
28. धूप में बैठना | बिना काम करने के अपने कार्यभाषा में रुकावट डालना |
29. नजर हटी, दिल कटा | किसी की अग्रसर रूप से उपस्थिति का आवश्यकता नहीं है |
30. नाच न जाने, आँगन टेढ़ा | किसी कार्य का सामर्थ्य न होना |
31. नित पुरानी बात | पुरानी और पुनरावलोकन करने का कार्य |
32. पूर्ण कहानी | एक विषय को विस्तार से समझाने का कार्य |
33. पूर्ण सिद्धांत | किसी कार्य के लिए समर्थन देने वाला विचार |
34. फिल्म में स्क्रीन देना | आलस्यपूर्ण या असार व्यक्ति को काम में लाना |
35. बिल में बच्चा | छोटे से अपने आप को धन की प्राप्ति करना |
36. पूर्ण सिद्धांत | किसी कार्य के लिए समर्थन देने वाला विचार |
37. फिल्म में स्क्रीन देना | आलस्यपूर्ण या असार व्यक्ति को काम में लाना |
38. बिल में बच्चा | छोटे से अपने आप को धन की प्राप्ति करना |
39. फूलों में रंगीनी खेलना | अपने विचारों या प्राथमिकताओं के साथ मनोरंजन करना |
40. बुद्धिमान की बात, मूर्ख का काम | बुद्धिमान को समय समय पर बुद्धिमानी दिखानी चाहिए |
41. बालक बालक दिन खेलता रहे, पर बच गया क़ाज | बिना जिम्मेदारी या कार्यों के बिना समय बर्बाद करना |
42. सफेद झूला, सफेद घोड़ा | एक सुंदर दिखने वाला लेकिन कुछ भी अच्छा नहीं करने वाला |
43. बूढ़ा आदमी की कोयल | अपनी वृद्धि के साथ अपनी विचारधारा या कार्य को बदलना |
44. लात की भूत बात से नहीं मानता | यह कहने का तात्पर्य है कि दुर्भावना व्यक्ति किसी सत्य को मानने को तैयार नहीं होता |
45. लाख की बात | किसी के क़रीबी या अनुपयुक्त व्यक्ति के साथ बेहुशाह बहस करना |
46. मंगलमय होना | एक सुखद या अच्छा परिणाम प्राप्त करना |
47. बकरी की ताल देना | एक अपूर्ण या असफल काम को समाप्त करने का प्रयास करना |
48. मन का साफ होना | किसी के सच्चे भावनों को पहचानना |
49. बुद्धि घास पर गाँव नहीं करती | आलस्यपूर्ण व्यक्ति को कार्य में सकारात्मक योगदान नहीं करने की अनुमति देता है |
50. ताली एक हाथ से नहीं बजती | किसी कार्य के लिए सहायता की आवश्यकता होती है |
51. ताली दो हाथ से बजती | अच्छी साजीविक योगदान की प्रतिष्ठा करना |
52. मंजिल की ओर बढ़ते रहना | अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना |
53. मुट्ठी में बंद होना | बहुत सी चीजों को किसी की नियंत्रण में रखना |
54. रह-रहकर पकाना | एक चीज को सुधारने या बेहतर बनाने का प्रयास करना |
55. दूध का दूध, पानी का पानी | सच्चाई को स्पष्ट तरीके से पहचानना |
मुहावरों का महत्त्व हिंदी में | Importance of Idioms in Hindi
भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मुहावरे हैं। 10 मुहावरे इन हिंदी (10 Muhavare in Hindi) हिंदी भाषा की विविधता और समृद्धि को दिखाते हैं। मुहावरों के माध्यम से भावनाओं, अनुभवों और संदेशों को बहुत सुंदर और प्रभावशाली तरीके से व्यक्त किया जा सकता है।10 मुहावरे हिंदी में शब्दों को जीवंत करते हैं और उन्हें समझने में आसान बनाते हैं। निम्नलिखित हिंदी मुहावरे की विशेषताएँ हैं:
- मुहावरों का आकार हमेशा एक ही रहता है। लिंग या शब्द इन पर कोई प्रभाव नहीं डालता। “दीवार खड़ी करना” की तरह दीवारें जगह नहीं बनानी चाहिए।
- मुहावरा हमेशा वाक्य का एक हिस्सा होता है, न कि स्वतंत्र रूप से।
- मुहावरे में शब्दों की जगह उनके पर्यायवाची शब्दों का उपयोग नहीं किया जाता; जैसे, “आँखें खुलना” की जगह “नेत्र खुलना” लिखा नहीं जा सकता।
- मुहावरों का अर्थ शब्दार्थ नहीं होता है।
- मुहावरों की एक विशेषता है कि इनके अंत में क्रियापद होना चाहिए. उदाहरणों में, नौ दो ग्यारह होना, गाँठ बाँध लेना, डेरा डालना, हथेली पर सरसों उगाना आदि शामिल हैं।
- मुहावरे कभी-कभी बदल जाते हैं क्योंकि वे अपूर्ण वाक्य या वाक्यांश हैं।
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